इंदौर, अगस्त 2013/ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर टीसीएस द्वारा 500 करोड़ रूपये की लागत से स्थापित किये जा रहे सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट केम्पस के शिलान्यास के पश्चात “युवा महोत्सव” में कहा कि प्रदेश में युवाओं के चहुँमुखी विकास के हरसंभव उपाय किये जा रहे हैं। टीसीएस केम्पस में 50 प्रतिशत रोजगार मध्यप्रदेश के मूल निवासियों को दिलाएंगे।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 15 अगस्त से “मुख्यमंत्री युवा कांट्रेक्टर योजना” प्रारंभ की जाएगी। इस योजना से युवा प्रथम श्रेणी के बड़े ठेकेदार बनने का सपना पूरा कर सकेंगे। प्रदेश के हर युवक को रोजगार मिले इसके लिये उद्योगों के विकास और निवेश पर विशेष ध्यान दिया गया है। ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट में लगभग चार लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनके क्रियान्वित होने पर 20 लाख से अधिक नये रोजगार सृजित होंगे। कौशल विकास मिशन के जरिए 5 लाख से अधिक विद्यार्थियों के ज्ञान और कौशल को बड़ी कम्पनियों में रोजगार के योग्य बनाने का बीड़ा सरकार ने उठाया है।
उद्योग-आईटी के विद्वानों का वर्किंग ग्रुप बनेगा
उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आईटी के क्षेत्र में इंदौर तेजी से उभरता हुआ सितारा है। यहां आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों के साथ ही टीसीएस, इंफोसिस, इम्पेटस, नेटलिंक आदि बड़ी आईटी कम्पनियाँ आकार ले रही हैं। इनके माध्यम से 5 साल में केवल इंदौर में ही लगभग 25 हजार युवा को सीधे रोजगार मिलेगा। प्रदेश में एक नया वर्किंग ग्रुप बना रहे हैं, जो उद्योग जगत एवं आईटी के विद्वानों का एक ओपन फोरम होगा।