भोपाल, मई 2013/ राज्यपाल राम नरेश यादव ने कहा है कि आम आदमी को उनकी आर्थिक पहुँच के अंदर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध करवाना ही मानवता की सच्ची सेवा है। ग्रामीण और दूर-दराज इलाकों के आमजन तक चिकित्सा के माकूल इंतजाम केवल सरकार की ही जिम्मेदारी नहीं है बल्कि निजी चिकित्सा संस्थानों और स्वयंसेवी संस्थाओं को भी इसके लिए आगे आना होगा। राज्यपाल यहाँ जे.के अस्पताल के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
श्री यादव ने कहा कि निजी चिकित्सा संस्थानों को व्यवसायिकता की सीमाओं से बाहर आकर सेवा ओर समर्पण की भावना के साथ इस क्षेत्र में काम करना होगा। अच्छे इलाज की आशा लेकर आने वाले गरीब लोगों का विश्वास अर्जित करना पहला दायित्व है। बदलते समय के साथ-साथ बीमारियाँ भी बढ़ रही हैं। इलाज की तमाम आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध होने के वावजूद जागरूकता के अभाव में कुछ बीमारियों का डर भयावह रूप ले लेता है। निजी चिकित्सा संस्थान दूर-दराज और पिछडे इलाकों तक बीमारियों और उनके इलाज के बारे में जागरूकता पैदा करें।
केंद्रीय संचार एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि अस्पतालों में मशीनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाया जाना चहिए जिससे अस्पतालों को जल्द से जल्द मशीनें मुहैया करवाई जा सकें।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जननी सुरक्षा योजना के लिए किये जा रहे कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए हर सम्भव सहायता करेगी।
गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि मेडिकल के छात्रों को प्रदेश सरकार विशेष सुविधाएँ उपलब्ध करवाने तथा मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है। पूर्व में संस्थान के अध्यक्ष जे.एन. चौकसे ने स्वागत भाषण दिया। डीन श्रीमती स्वर्णा बिसारिया गुप्ता ने आभार प्रकट किया।