मध्यप्रदेश के इंदौर में 28 से 30 अक्टूबर 2012 तक आयोजित तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 4 लाख 31 हजार 555 करोड़ रुपये के निवेश के लगभग एक हजार प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनके क्रियान्वयन से मध्यप्रदेश में लगभग 20 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार निर्मित होगा।
समिट के उत्साहजनक वातावरण से प्रेरित होकर देश के नामी उद्योगपतियों ने भी अपने प्रस्ताव राज्य सरकार को सौंपे हैं। प्रसिद्ध उद्योगपति श्री अनिल अंबानी ने सीमेंट और ऊर्जा के क्षेत्र में 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्रस्तुत किये हैं। चम्बल के बीहड़ों में शहर बसाने के लिये नामी उद्योगपति श्री सुभाष चन्द्रा ने आगे आकर पहल की है। उन्होंने इसके लिये 35 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मध्यप्रदेश सरकार को दिये हैं। इसके अलावा श्री कुमार मंगलम बिड़ला पर्यटन और शिक्षा के क्षेत्र में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। इसके लिये उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार को अपना प्रस्ताव दिया है।
इन नामी उद्योगपतियों के अलावा समिट में 3 लाख 56 हजार 555 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनसे लगभग 6 लाख 35 हजार 727 प्रत्यक्ष और 14 लाख 53 हजार 314 अप्रत्यक्ष रोजगार निर्मित होने की संभावना प्रबल हुई है। समिट में भाग लेने वाले विभिन्न उद्योगपतियों से प्राप्त निवेश के इन प्रस्तावों में कृषि एवं खाद्य प्र-संस्करण क्षेत्र में 34 हजार 766 करोड़ रुपये के 100 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे संभावित रोजगार की संख्या 2 लाख 95 हजार 228 होगी। इसमें 66 हजार 895 प्रत्यक्ष और 2 लाख 28 हजार 333 अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। सीमेंट, उत्खनन और खनिज के क्षेत्र में 27 हजार 491 करोड़ रुपये के 30 प्रस्तावों पर क्रियान्वयन होने से 65 हजार 108 रोजगार निर्मित होगा, जिसमें 17 हजार 956 प्रत्यक्ष और 47 हजार 152 अप्रत्यक्ष रोजगार संभावित है। आयरन और स्टील के क्षेत्र में 31 हजार 45 करोड़ रुपये के निवेश के 58 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे संभावित रोजगार की संख्या 86 हजार 997 होगी। इसमें प्रत्यक्ष रोजगार 30 हजार 182 और अप्रत्यक्ष 56 हजार 815 शामिल है।
पॉवर, ऑइल और गैस के क्षेत्र में 15 हजार 930 करोड़ रुपये के 22 प्रस्तावों के क्रियान्वयन से 39 हजार 308 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इसमें 11 हजार 693 प्रत्यक्ष और 27 हजार 615 अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल है। आवास और नगरीय विकास के क्षेत्र में 36 हजार 618 करोड़ रुपये के 84 निवेश प्रस्तावों से 2 लाख 98 हजार 489 प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार निर्मित होगा। सड़क के क्षेत्र में 33 हजार 544 करोड़ रुपये के 86 प्रस्ताव पर अमल होने से 2 लाख एक हजार 263 कुल रोजगार निर्मित होने की संभावना है, जिसमें 67 हजार 88 प्रत्यक्ष और एक लाख 34 हजार 175 अप्रत्यक्ष रोजगार संभावित है। उद्योगपतियों से औद्योगिक अधोसंरचना के सेक्टर में 88 हजार 405 करोड़ रुपये के प्राप्त 194 निवेश प्रस्तावों से 5 लाख 41 हजार 345 संभावित रोजगार निर्मित होंगे। इससे एक लाख 79 हजार 115 प्रत्यक्ष और 3 लाख 62 हजार 230 को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। वेयर हाउसिंग और लॉजिस्टिक के क्षेत्र में 5,016 करोड़ रुपये के 112 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे 10 हजार 32 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है।
मध्यप्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक सफल कही जाने वाली इस समिट में इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में भी निवेशक आगे आये। इस सेक्टर में 23 हजार 342 करोड़ रुपये के 40 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इससे 54 हजार 315 प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। टेक्सटाइल्स और एपेरल्स के सेक्टर में 11 हजार 852 करोड़ रुपये के 31 निवेश प्रस्तावों द्वारा 60 हजार 490 रोजगार निर्मित हो सकेंगे। वहीं फार्मास्युटिकल्स के सेक्टर में 3,742 करोड़ रुपये के 25 प्रस्तावों द्वारा 13 हजार 8 रोजगार निर्मित होने की संभावना व्यक्त की गई है। शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में 6,163 करोड़ रुपये के 17 प्रस्तावों के क्रियान्वयन से 17 हजार 850 रोजगार निर्मित होंगे। पर्यटन सेक्टर में 1,377 करोड़ रुपये के तीन प्रस्तावों द्वारा 5,150 का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार निर्मित होगा।
मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता के स्वास्थ्य सेवा संबंधी क्षेत्र में 4,877 करोड़ रुपये के 16 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। निवेश के इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन से 20 हजार 575 प्रत्यक्ष और 29 हजार 439 अप्रत्यक्ष रोजगार निर्मित होगा। इसी तरह नवकरणीय ऊर्जा के सेक्टर में भी उद्योगपति निवेश के लिये आगे आये। उन्होंने 20 हजार 498 करोड़ रुपये के 153 प्रस्ताव सरकार को सौंपे, जिनसे 60 हजार 282 लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। इसी प्रकार सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकॉम के सेक्टर में 2,990 करोड़ रुपये के 46 निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन से 2 लाख 74 हजार 202 रोजगार निर्मित होगा। इसमें 69 हजार 123 प्रत्यक्ष और 2 लाख 5 हजार 79 का अप्रत्यक्ष रोजगार सम्मिलित है।
तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की विशेषता रही कि उद्योगपतियों से प्राप्त निवेश प्रस्ताव प्रदेश के किसी एक क्षेत्र के लिये नहीं बल्कि हर अंचल के लिये हैं। भोपाल के आसपास के 184 प्रोजेक्ट के लिये 61 हजार 323 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। ग्वालियर अंचल के 48 प्रोजेक्ट के लिये 36 हजार 802 करोड़, इंदौर अंचल के 186 प्रोजेक्ट्स के लिये 54 हजार 74 करोड़, जबलपुर अंचल के 109 प्रोजेक्ट्स के लिये 72 हजार 919 करोड़, रीवा अंचल के 87 प्रोजेक्ट्स के लिये 32 हजार 286 करोड़, सागर अंचल के 62 प्रोजेक्ट के लिये 31 हजार 695 करोड़, उज्जैन अंचल के 104 प्रोजेक्ट के लिये 20 हजार 96 करोड़ तथा मल्टी डिवीजन के 237 प्रोजेक्ट्स के लिये 38 हजार 407 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मध्यप्रदेश सरकार को मिले हैं।