भोपाल, नवंबर 2012/ मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल निःशुल्क औषधि वितरण योजना गरीबों के कल्याण की महत्वपूर्ण योजना है। इसका व्यवस्थित संचालन पूर्ण पारदर्शिता से करें। प्रत्येक जिले में गंभीर बीमारियों से प्रभावित रोगियों के उपचार के लिये स्वास्थ्य शिविर लगाने की योजना बनायें। मुख्यमंत्री यहाँ स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और मुख्य सचिव आर.परशुराम भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि निःशुल्क औषधि वितरण के व्यवस्थित क्रियान्वयन के लिये लगातार मानिटरिंग करें। गंभीर बीमारियों के उपचार के लिये जिलों में लगाये जाने वाले स्वास्थ्य शिविरों का बेहतर प्रबंधन करें। गर्भवती महिलाओं और बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाए। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के कार्यों की मुख्य सचिव विस्तार से समीक्षा करें। ग्राम स्वास्थ्य समितियों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम बनाया जाए। परिवार कल्याण कार्यक्रम के लिये लोगों को प्रेरित करें।

46 हजार ग्राम स्वास्थ्य समितियाँ गठित

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 46 हजार 197 ग्राम स्वास्थ्य समिति गठित की जा चुकी हैं। निःशुल्क औषधि वितरण योजना में सभी शासकीय चिकित्सालयों में पर्याप्त दवाएँ उपलब्ध करवाई गयी हैं। संजीवनी-108 योजना का विस्तार सभी जिलों में आगामी 25 दिसंबर से किया जायेगा। योजना में 500 अतिरिक्त एम्बूलेंस उपलब्ध करवाई जायेगी। आगामी मार्च के अंत तक सभी 50 जिलों में डायलेसिस केंद्र स्थापित कर दिये जायेंगे। स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदों की पूर्ति का अभियान चलाया जा रहा है। इसमे चिकित्सकों के 1400, नर्सों के 2000 और पेरा मेडिकल स्टाफ के 200 पद भरे जाएँगे। हमारा दायित्व हमारा स्वास्थ्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में 10 हजार मास्टर ट्रेनर तैयार किये जाएँगे। प्रदेश में माताओं और बच्चों को दी जाने वाली समयबद्ध सेवाओं की ट्रेकिंग तथा सत्यापन के लिये प्रणाली लागू की गयी है। बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी।

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