भोपाल, मार्च 2013/ खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री पारस जैन ने विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस के अवसर पर कहा कि आज बाजारवाद के दौर में बिना ‘उपभोक्ता ’ के बाजार की कल्पना नहीं की जा सकती है। इसीलिए हमें उपभोक्ता को सशक्त और जागरुक करना जरूरी है।
श्री जैन ने कहा कि उपभोक्ता को जागरूक करने की दिशा में सरकार के साथ-साथ स्वैच्छिक संगठन भी कार्य करते रहते हैं। राज्य शासन ने उपभोक्ता संरक्षण नियम 1987 के अनुसार जिला फोरमों की स्थापना की है। राज्य स्तर पर मध्यप्रदेश राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग की स्थापना की है। इन फोरम के माध्यम से उपभोक्ता के प्रकरणों के निराकरण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं।
श्री जैन ने कहा कि उपभोक्ताओं में जागरूकता पैदा करने के लिए ग्रामीण अंचल में भी जाना होगा। उपभोक्ता के शिक्षित हो जाने पर उसका कोई शोषण नहीं कर पायेगा। उन्होंने राज्य स्तरीय उपभोक्ता संरक्षण प्रदर्शनी को उपभोक्ता शिक्षा के उद्देश्य की पूर्ति का एक प्रयास बताया।
मध्यप्रदेश सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के अध्यक्ष रमेश शर्मा ‘गुट्टू भैया’ मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एण्ड लाजिस्टिक्स कार्पोरेशन अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में उपभोक्ता संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किए गए। इसी के साथ निबंध प्रतियोगिता और उपभोक्ता संरक्षण और जागरूकता संबंधी पोस्टर बनाने वाले छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया।