भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अपनी भाषा पर गर्व करें। हिन्दी दुनिया में दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। मुख्यमंत्री यहां महात्मा गाँधी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरखेड़ा, भेल के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अपने आप को कम नहीं समझें। सरकारी स्कूलों में पढ़कर जीवन में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने के कई उदाहरण हैं। प्रदेश में हिन्दी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। यहाँ मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी भाषा में होगी। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अच्छे इंसान बने। जिस भी क्षेत्र में जायें अपना कर्तव्य पूरी मेहनत और ईमानदारी से पूरा करें। स्वामी विवेकानंद जी को उद्धृत करते हुये उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई कार्य असंभव नहीं है। देश और समाज के लिये सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। हर व्यक्ति एक रचनात्मक कार्य करे। उन्होंने विद्यालय को पचास वर्ष पूर्ण होने पर बधाई दी और घोषणा की कि विद्यालय में प्रवेश-द्वार के साथ बाउन्ड्रीवाल बनाई जायेगी।
मंत्री श्री गौर ने कहा कि गुरूजनों का सम्मान हमारा कर्तव्य है। भेल के आने से क्षेत्र की आर्थिक और शैक्षणिक प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि भेल के सहयोग से इस क्षेत्र में एक कॉलेज शुरू किया जाये। कार्यक्रम में भेल के महाप्रबंधक सुरेश गुप्ता और तपन भौमिक ने भी संबोधित किया।
श्री चौहान ने कार्यक्रम में विद्यालय के पूर्व गुरूजनों और पूर्व प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान किया। विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती पुष्पा शर्मा ने शाला का प्रतिवेदन पढ़ा। कार्यक्रम में आयुक्त शिक्षा अरुण कोचर सहित बड़ी संख्या में पूर्व और वर्तमान विद्यार्थी मौजूद थे।